Shardiya Navratri Start and End Date | शारदीय नवरात्री 2024 की तारीख
Shardiya Navratri Start and End Date. शारदीय नवरात्री 2024 में कब है? शारदीय नवरात्रि 2024 की कलश स्थापना का मुहूर्त कब है? इस साल महानवमी कब है? इन्ही सब सवालों का जवाब आपको मेरी आज की पोस्ट में मिलने वाला है। ताकि आप सभी लोग सही तरीके से Shardiya Navratri का त्यौहार बना सको।
Shardiya Navratri Start and End Date. शारदीय नवरात्री 2024 में कब है? शारदीय नवरात्रि 2024 की कलश स्थापना का मुहूर्त कब है? इस साल महानवमी कब है? इन्ही सब सवालों का जवाब आपको मेरी आज की पोस्ट में मिलने वाला है। ताकि आप सभी लोग सही तरीके से Shardiya Navratri का त्यौहार बना सको।
Shardiya Navratri Start and End Date
शारदीय नवरात्री का प्रारंभ पितृ पक्ष के खत्म होने के बाद यानी आश्विन अमावस्या के बाद होता है। आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को कलश स्थापना के साथ नवरात्रों का शुभारंभ हो जाता है। हर साल शारदीय नवरात्री शरद ऋतू में आती है। इसलिए इसे शारदीय नवरात्री बोला जाता है। एक नवरात्रि चेत्र मास में आती है। जिसे चेत्र नवरात्री के नाम से आप सभी लोग जानते हैं। इन दोनों नवरात्रि के अलावा दो गुप्त नवरात्रि होती है। शारदीय नवरात्रि के समय कोलकाता में प्रसिद्ध दुर्गा पूजा का बहुत बड़ा आयोजन होता है। शारदीय नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा विधि विधान के साथ की जाती है।
दुर्गा अष्टमी के दिन सभी लोक कन्या पूजन करते हैं। और नवमी के दिन हवन किया जाता है। और दसवीं के शारदीय नवरात्री का समापन हो जाता है। अब बात करते की 2024 में शारदीय नवरात्री का शुभारम्भ कब हो रहा है। और इसका शुभ समय कौन सा है। शुभ मुहूर्त कब है यह सब चीज मैं आपको बताने वाला हूं।
हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल आश्विन माह में शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि का शुभारंभ 2 अक्टूबर को देर रात 12:18 पर हो रहा है। यह तिथि 4 अक्टूबर को सुबह 2:58 तक माननीय रहेगी। ऐसे में इस साल शारदीय नवरात्री का प्रारंभ 3 अक्टूबर के दिन 3 अक्टूबर के दिन हो रहा है
शारदीय नवरात्री 2024 की कलश स्थापना मुहूर्त कब है ?
इस साल शारदीय नवरात्री 2024 की कलश स्थापना करने के लिए दो शुभ मुहूर्त प्राप्त हो रहे हैं। पहला शुभ मुहूर्त 3 अक्टूबर को सुबह के समय 6:15 AM से लेकर सुबह 7:22 AM तक है। सुबह में घट स्थापना के लिए आपको एक घंटा 6 मिनट का समय प्राप्त होगा। इसी के अंदर आपको यह सभी काम पूरे करने पड़ेंगे। इसके अलावा दोपहर में भी आप कलश स्थापना कर सकते हैं। दोपहर में कलश स्थापना का मुहूर्त 11:40 AM से दोपहर 12:33 PM के बीच है। आप इस बिच कभी भी कलश स्थापना कर सकते हैं। दोपहर में आपको 47 मिनट का शुभ समय प्राप्त होगा।
2024 में दुर्गा अष्टमी कब है?
दुर्गा अष्टमी अश्विन शुक्ल अष्टमी तिथि को बनाई जाती है। इस साल दुर्गा अष्टमी 11 अक्टूबर शुकवार को पड़ रही है। आप सभी उस दिन कन्या का पूजन कर सकते हैं और उन्हें जिमा सकते हैं।
इस साल महानवमी कब है
इस साल महानवमी भी 11 अक्टूबर शुकवार को पड़ रही है। महानवमी का हवन 12 अक्टूबर शनिवार के दिन को होगा।
नीचे मैं आपको दे Day by Day के हिसाब से शारदीय नवरात्री 2024 का कैलेंडर दे रहा हूं। ताकि आप सही तरीके से समझ सके की किस तारीख को और किस दिन किस देवी की आपको पूजा करनी है।
शारदीय नवरात्री 2024 का पहला दिन | 3 अक्टूबर गुरूवार 2024 | घटस्थापना, मां शैलपुत्री पूजा |
शारदीय नवरात्री 2024 का दूसरा दिन | 4 अक्टूबर शुकवार 2024 | मां ब्रह्मचारिणी की पूजा |
शारदीय नवरात्री 2024 का तीसरा दिन | 5 अक्टूबर शनिवार 2024 | मां चंद्रघंटा की पूजा |
शारदीय नवरात्री 2024 का चोथा दिन | 6 अक्टूबर रविवार 2024 | माँ कुष्मांडा की पूजा |
शारदीय नवरात्री 2024 का पाचवा दिन | 7 अक्टूबर सोमवार 2024 | माँ स्कंदमाता की पूजा |
शारदीय नवरात्री 2024 का छठा दिन | 8 अक्टूबर मंगलवार 2024 | मां कात्यायनी की पूजा |
शारदीय नवरात्री 2024 का सातवा दिन | 9 अक्टूबर बुधवार 2024 | मां कालरात्रि की पूजा |
शारदीय नवरात्री 2024 का आठवा दिन | 10 अक्टूबर गुरूवार 2024 | मां महागौरी की पूजा |
शारदीय नवरात्री 2024 का नोवा दिन | 11 अक्टूबर शुकवार 2024 | मां सिद्धिदात्री की पूजा |
शारदीय नवरात्री 2024 का दसवा दिन | 12 अक्टूबर शनिवार 2024 | दुर्गा विसर्जन, विजय दशमी |
- पहले दिन होती है मां शैलपुत्री की पूजा विधि कथा मंत्र और आरती की जानकारी
- दूसरे दिन होती है मां ब्रह्मचारिणी की पूजा विधि कथा मंत्र और आरती की जानकारी
- तीसरे दिन होती है मां चंद्रघंटा की पूजा विधि कथा मंत्र और आरती की जानकारी
- चौथे दिन होती है माँ कुष्मांडा की पूजा विधि कथा मंत्र और आरती की जानकारी
- पांचवे दिन होती है माँ स्कंदमाता की पूजा विधि कथा मंत्र और आरती की जानकारी
- छठे दिन होती है मां कात्यायनी की पूजा विधि कथा मंत्र और आरती की जानकारी
- सातवें दिन होती है मां कालरात्रि की पूजा विधि कथा मंत्र और आरती की जानकारी
- आठवें दिन होती है मां मां महागौरी की पूजा विधि कथा मंत्र और आरती की जानकारी
- आखिरी दिन होती है मां सिद्धिदात्री की पूजा विधि कथा मंत्र और आरती की जानकारी
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