Haryali Teej ki Puri Jankari | हरियाली तीज कब है
Haryali Teej ki Puri Jankari. हरयाली तीज क्या है? हरयाली तीज क्यों बनाया जाता है? 2024 में हरियाली तीज की तारीख क्या है? हरियाली तीज बनाने का शुभ मुहूर्त क्या है? यह सब जानकारी आपको मेरे इस आर्टिकल में मिलने वाली है।
Haryali Teej ki Puri Jankari. हरयाली तीज क्या है? हरयाली तीज क्यों बनाया जाता है? 2024 में हरियाली तीज की तारीख क्या है? हरियाली तीज बनाने का शुभ मुहूर्त क्या है? यह सब जानकारी आपको मेरे इस आर्टिकल में मिलने वाली है।
Haryali Teej ki Puri Jankari
हर साल हमारे भारत के अन्दर अलग अलग महीने में अलग अलग त्यौहार बनाये जाते है। और हर त्यौहार की अपनी अपनी कहानिया होती है। हर त्यौहार किसी न किसी देवता से जुड़ा होता है। और हर तोहर हमे सही तरीके ही बनाना चाहिए। ताकि हम सभी को भगवान का आशीर्वाद प्राप्त हो सके। अपने इस वेबसाइट par मैं आपको टाइम टाइम पर ऐसे त्योहारों के बारे में बताऊंगा। जो किसी न किसी महीने आने वाले होंगे। इस टाइम जब मैं यह पोस्ट लिख रहा हु। तो सावन का महिना चल रहा है। और सावन का महिना शिव की भक्ति का महिना होता है।
हमारे भारत के अंदर हर साल सावन महीने की शुक्ल पक्ष में हरयाली तीज का त्योहार बनाया जाता है। हरयाली तीज को तीज या हर तालिका तीज के नाम से भी जाना जाता है। यह दिन माता पार्वती और भगवान के विवाह का प्रतीक है और यह त्यौहार मुख्य रूप से उत्तर भारत के अंदर बनाया जाता है। खासकर हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश में इस हरियाली तीज के त्यौहार को महिलाएं सोलह सिंगार करके बनाती है। नए कपड़े पहनती है स्वादिष्ट खाना बनाती है। और भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करती है साथ ही साथ झूला भी झूलती है।
हरियाली तीज का महत्व
सावन का हरियाली तीज का त्योहार भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह का प्रतीक है। इस दिन महिलाएं पार्वती की तरह माता पार्वती की तरह सोलह सिंगार करके शिव भगवान की पूजा करती है। और उनसे अपने सुखी विवाह जीवन का आशीर्वाद मांगती है। इसे सौभाग्य और स्मृति का प्रतीक माना जाता है। ऐसा भी कहा जाता है कि जो महिला भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा सच्चे मन से करती है, उनके जीवन में खुशहाली आ जाती है। और उन्हें भगवान भोलेनाथ का और माता पार्वती का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
हरियाली तीज पर भोलेनाथ और माता पार्वती की पूजा कैसे करें?
हरियाली तीज में महिला सोलह सिंगार करती है। जिसमें मेहंदी हो गई, और बिंदी, सिंदूर, मांग टीका, नथ, काजल, बालिया, कंगन, पायल, चूड़ियां, साड़ी, गेंदे का फूल बिंदी और मेहंदी आदि शामिल है। भगवान शिव और पार्वती की पूजा में आप सभी को पूजा में फूल माला फल आदि भगवान को अर्पित करने चाहिए। सभी सुहागन स्त्रियां मिलकर इस दिन झूला झूलती है। और भगवान शिव पार्वती के विवाह के गीत गाती हैं। इस दिन झुला झुलना शुभ माना जाता है। कुछ महिला इस दिन व्रत रखती हैं। और इस दिन कई जगह स्वादिष्ट पकवान बनाए जाते हैं। जैसे गेहूं की रोटी, कढ़ी चावल, दही, मिठाई आदि इस दिन बनाए जाते हैं।
2024 में हरियाली तीज का त्यौहार कब है?
इस साल 2024 में हरियाली तीज का त्योहार 7 अगस्त 2024 बुधवार को पड़ रहा है। तृतीया तिथि 6 अगस्त 2024, मंगलवार को शाम 7 बजकर 52 मिनट से आरंभ होगा। और तृतीया तिथि 7 अगस्त 2024, बुधवार को रात 10 बजकर 05 मिनट पर समापन होगा।
हरियाली तीज के पूजा का मुहूर्त क्या है
हजारी तीज के ब्रह्म मुहूर्त का समय 4:21 AM से लेकर शाम के 4:21 PM तक रहेगा। इस दिन सूर्योदय 5:40 AM पर होगा और राहुकाल दोपहर 12:27 PM से लेकर 2:27 PM तक रहेगा। इस दोरान कोई शुभ कार्य न करें। इस दिन कोई भी मुहूर्त नहीं है लेकिन विजय मुहूर्त दोपहर 2:40 और 3:02 से 3:34 तक रहेगा।
अपने इस आर्टिकल के द्वारा मैंने आप सभी को हरियाली तीज की जानकारी विस्तार से दे दी है। पूजा के साथ साथ दान देने से भी आपकी जिन्दगी में खुशिया आती है। अगर आप उन लोगो में से हो जो ऑनलाइन किसी ऐसे इंसान को Donation देना चाहते है। जो आपके Donation का सही जगह इस्तेमाल करे तो आप यहाँ क्लिक करके ऑनलाइन Donation भी दे सकते हो।
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