Masik Shivratri Vrat ke Niyam | Masik Shivratri Vrat Date 2024
Masik Shivratri Vrat ke Niyam. Masik Shivratri Vrat Date 2024. आज का भक्ति ज्ञान Masik Shivratri Vrat ke Niyam से जुड़ा है। जिसमे मैं आपको मासिक शिव्र्रात्रि के व्रत किस तरह किये जाते है। और Masik Shivratri Vrat ke Niyam क्या है, इस टोपिक की पूरी जानकारी देने वाला हु।
Masik Shivratri Vrat ke Niyam. Masik Shivratri Vrat Date 2024. इस ज्ञान की वेबसाइट पर आज मिलने वाला है आप सभी को Shiv Bhakti Gyan. एक ऐसा ज्ञान जो हर शिव भक्त हो होना चाहिए। क्युकी शिव हम सभी के वो भगवान है। जिनकी पूजा हम दिन रात करते है।
Masik Shivratri Vrat ke Niyam
देखिये ज्ञान एक ऐसा वर्ड है जिसमे आपको सभी तरह का ज्ञान मिल सकता है। अब मेरी इसी वेबसाइट पर आपको कंप्यूटर से जुड़ा ज्ञान भी मिलता है। मोबाइल से जुदा ज्ञान भी मिलता है और अब भगवान से जुड़ा ज्ञान भी मिला करेगा। क्युकी आजकल लोगो के मन में भगवान की पूजा से जुड़े बहुत से सवाल आते है। जिनका जवाब उन्हें कही नहीं मिल पाता। तो मेरी इस वेबसाइट के द्वारा आप सभी को भगवान की भक्ति और पूजा का सही ज्ञान प्राप्त होने वाला है। ताकि आप सही तरीके से भगवान की पूजा कर सके।
आज का भक्ति ज्ञान Masik Shivratri Vrat ke Niyam से जुड़ा है। जिसमे मैं आपको मासिक शिव्र्रात्रि के व्रत किस तरह किये जाते है। और Masik Shivratri Vrat ke Niyam क्या है, इस टोपिक की पूरी जानकारी देने वाला हु। भोले शंकर की मासिक शिवरात्रि का व्रत करने से हर व्यक्ति के मुश्किल काम आसान हो जाते हैं। और भगवान भोलेनाथ उनकी सभी मनोकामनाए पूरी करते हैं।
हमारे संसार में शिव भगवान बहुत ही लोकप्रिय भगवान है। कहा जाता है कि भगवान भोलेनाथ बहुत ही ज्यादा प्रसन्न होने वाले देवता हैं। और मनचाहा फल प्रदान करने वाले देवता हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार फागुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महादेव शिवलिंग के रूप में प्रकट हुए थे। इसलिए जिस दिन यह घटना घटी उस दिन को महाशिवरात्रि के नाम से जाना जाता है। और साथ ही भक्त प्रत्येक कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि के रूप में बनाते हैं।
मासिक शिवरात्रि के दिन सच्चे मन से व्रत करने वाले व्यक्ति का हर काम आसान हो जाता है। और भगवान भोलेनाथ की कृपा उस पर हमेशा बनी रहती है। तो चलिए देखते हैं कि आखिर मासिक शिवरात्रि का व्रत कब है। और इस व्वरत को किस तरह करना चाहिए, इस Masik Shivratri Vrat ke Niyam क्या है।
मासिक शिवरात्रि व्रत का महत्व
Masik Shivratri पर भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए Masik Shivratri का दिन अति उत्तम मन जाता है। शिव पुराण में कहा गया है की मासिक शिवरात्रि का व्रत करने से जीवन में हमेशा खुशियां बनी रहती है। यदि किसी के विवाह में अड़चन आ रही है, तो मासिक शिवरात्रि करने से वः अड़चन दूर होती है। और जातक को जीवनसाथी की प्राप्ति होती है। हर मासिक शिवरात्रि का व्रत करने से हर मुश्किल कार्य आसान हो जाता है। और जातक की सारी समस्याएं दूर हो जाती है। कहा जाता है की मासिक शिवरात्रि के दिन शिव पार्वती की पूजा करने से हर तरह के कर्ज से मुक्ति भी दिलाता है।
मासिक शिवरात्रि व्रत का नियम (Mahik vart karne ke Niyam)
मासिक शिवरात्रि व्रत के नियम के बारे में आप सभी को जानकारी प्राप्त होनी चाहिए। अगर आप मासिक शिवरात्रि व्रत सुरु करना चाहते है। तो यह वर्त आप महा शिवरात्रि के दिन से सुरु करके अगले साल महाशिवत्रि तक कर सकते है। और एक साल के व्रत पूरा होने के बाद उद्यापन करके इस व्रत को समाप्त कर सकते हो। या फिर आप बिना उद्यापन करे इस मासिक शिवरात्रि व्रत को हमेशा के लिए कर सकते हो।
अगर आप मासिक शिवरात्रि व्रत करना शुरू करते है। तो इस व्रत को आपको सच्चे मन से करना है। और हर महीने पढने वाले सभी व्रत आपको नियम से करने है। इसके साथ ही जिस दिन आपका व्रत होगा उस दिन आपको शिव मंदिर जाकर शिव की पूजा करना भी बहुत जरुरी है। और पूजा आपको मोर्निंग में सूर्य निकलने से पहले ही करनी है। मासिक शिवरात्रि व्रत के यह वो नियम है जिनका पालन आपको सच्चे मन से करना है।
अब मैं आपको मासिक शिवरात्रि की पूजा विधि बताने वाला हूं। और यह पूजा विधि महिला पुरुष दोनों कर सकते हैं। जो भक्त मासिक शिवरात्रि का व्रत रखता है। उसे शिवरात्रि के दिन पूरी रात जाकर भगवान शिव की आराधना करनी चाहिए।
मासिक शिवरात्रि व्रत की पूजा विधि ( Mashik Vart ki Puja Vidhi)
- मासिक शिवरात्रि के दिन आपको सूर्योदय से पहले उठकर स्नान कर लेना है।
- इस दिन आपको पेस्ट नहीं करना है। क्युकी अधिकतर पेस्ट में नमक होता है। तो आप व्रत से एक दिन पहले रात को पेस्ट करके सोइए।
- इसके बाद शिवरात्रि व्रत का संकल्प ले, और शिव मंदिर में जाकर भगवान शिव की सच्चे मन से पूजा अर्चना करें।
- शिव जी के साथ साथ आपको माता पार्वती, भगवान गणेश, कार्तिके और नंदी की भी पूजा करनी है।
- सबसे पहले आप शिवलिंग का रुद्राभिषेक करे। शिवलिंग पर जल, शहद, दूध, शक्कर, दही आदि चढाये। मान्यता है कि इस दिन केवल जल चढ़ाने मात्र से भी भगवान भोलेनाथ प्रसन्न हो जाते हैं।
- इस दिन आपको शिवलिंग पर बेलपत्र धतूरा और श्रीफल चढ़ाना चाहिए।
- इसके बाद आपको भगवान शिव की धूप, फल और फूल आदि से पूजा करनी चाहिए।
- शिव पूजा करते समय शिव चालीसा और शिव श्लोक का पाठ करें।
- संध्या के समय आप फलाहार का सेवन कर सकते हैं।
- इस दिन आपको केवल फलहार का सेवन करना है। अन्न का सेवन नहीं करना चाहिए।
- अगले दिन भगवान शिव की पूजा करने के बाद अपना व्रत खोलें।
Masik Shivratri Vrat Date 2024
Date | Day | Monrth |
9-January- 2024 | Tuesday (मंगलवार) | मासिक शिवरात्रि |
8-February-2024 | Thursday (गुरुवार) | मासिक शिवरात्रि |
8-March-2024 | Friday (शुक्रवार) | महाशिवरात्रि, मासिक शिवरात्रि |
7-April-2024 | Sunday (रविवार) | मासिक शिवरात्रि |
6-May-2024 | Monday (सोमवार) | मासिक शिवरात्रि |
4-June-2024 | Tuesday (मंगलवार) | मासिक शिवरात्रि |
4-July-2024 | Thursday (गुरुवार) | मासिक शिवरात्रि |
2-August-2024 | Friday (शुक्रवार) | सावन मासिक शिवरात्रि |
1-September-2024 | Sunday (रविवार) | मासिक शिवरात्रि |
30-September-2024 | Monday (सोमवार) | मासिक शिवरात्रि |
30-October-2024 | Wednesday (बुधवार) | मासिक शिवरात्रि |
29-November-2024 | Friday (शुक्रवार) | मासिक शिवरात्रि |
29-December-2024 | Sunday (रविवार) | मासिक शिवरात्रि |
उपर मैंने आपको Masik Shivratri Vrat ke Niyam और Masik Shivratri Vrat Date 2024 की पूरी जानकारी विस्तार से दे दी है। मुझे उम्मीद है मेरी इस पोस्ट को पढने के बाद आप सभी लोग सही तरीके से मासिक शिवरात्रि का व्रत कर सकते है।
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